एकता का संदेश

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By Aabha admin June 01, 2025

कविता

नौशीन फातिमा खान

लेखिका एवं शिक्षाविद्

मिल जुल कर रहें सब एक हैं हम

तू काला मैं गोरा तू हिंदू मैं मुस्लिम नहीं नहीं!

एक ही आदम के रूप अनेक हैं हम!

मिट्टी के रंग अलग अलग

पर हम सबका है एक फलक

एक ही धरती एक ही आसमां

हम सब एक हैं कोई फ़रक नहीं

भेदभाव की दीवार को तोड़

एकता की डोर से दें सबको जोड़

सद्भावना की भावना से जगमगाए दुनिया सारी

साथ साथ चलें तो जीत हो हर बार हमारी

एक ही आदम के बेटे बेटियां

एक ही परिवार के सदस्य हैं

हमारे बीच कोई भेद नहीं है

हम सब दिल से एक हैं

आओ हम सब मिल कर इस दुनिया को सुंदर बनाएं

एक दूसरे के प्रति प्रेम करुणा और सम्मान बढ़ाएं!